ऊधमसिंह नगर की छोटी नदियों को प्रदूषण मुक्त कर किया जाएगा कायाकल्प,केन्द्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय ने दिए 200 करोङ रूपए

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हल्द्वानी। केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने उत्तराखण्ड के ऊधम सिंह नगर की विभिन्न सहायक नदियों, भेला, ढेला, किच्छा, नंधौर, पिल्खा और कोसी नदियों के कायाकल्प के लिए नई परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इसके लिए नमामि गंगे परियोजना में 200 करोड रुपए की स्वीकृति मिल गई है। उत्तराखंड के पेयजल मंत्री विशन सिंह चुफाल ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का आभार जताया है।
श्री चुफाल ने कहा कि, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की समिति की बैठक में उत्तराखण्ड में 06 प्रदूषित नदियों के स्ट्रेच के संरक्षण एवं संवर्धन से जुड़ी परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी है। इस विषय पर श्री चुफाल द्वारा पिछले माह केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से भेंट कर उपरोक्त नदियों के अलावा गंगा नदी की सहायक नदियां काली गंगा, रामगंगा, सरयू, जमरानी, रिस्पना, लोहावती, सौंग आदि की स्वच्छता एवं संरक्षण हेतु भारत सरकार के नमामि गंगे कार्यक्रम में सम्मिलित किये जाने का प्रस्ताव रखा था। जिसमें छः नदियों की परियोजना की स्वीकृति मिल गयी है, अन्य सहायक नदियों के संवर्धन की स्वीकृति भी यथाशीघ्र मिलेगी।
नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत ऊधम सिंह नगर में (आई एण्ड डी ) योजना (ढेला नदी) फेज-1 के लिए 199.36 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये हैं। इस योजना के तहत 30.30 एम.एल.डी. की कुल उपचार क्षमता के लिए 9 एस.टी.पी. का निर्माण किया जाएगा, वहीं कुल 17 नालों की टैपिंग भी की जाएगी। यह परियोजना 6 नदियों (प्रदूषित) के स्ट्रेच को कवर करेंगी।

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