गलती यूनिवर्सिटी व कॉलेज की सजा भुगत रहे छात्र !
500 से अधिक छात्रों का भविष्य अधर में ?
कॉलेज फीस व एग्जाम फीस देने के बाद भी बी.ए.पार्ट वन परीक्षा परिणाम नहीं आया,
विशेष संवाददाता
देहरादून /हरिद्वार ,श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय व कॉलेजों की गलती के कारण सजा भुगत रहे हैं छात्र, रिजल्ट न मिलने के कारण उत्तराखंड में 500 से अधिक छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है ,गौरतलब है कि वर्ष 2019 -20 श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय से बीए करने वाले विभिन्न कॉलेजों के 500 से अधिक ऐसे छात्र-छात्राएं हैं जिन्होंने बी.ए. पार्ट वन में श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय से अधिकृत विभिन्न कॉलेजों में एडमिशन लिया, फीस भी दी, और एग्जाम फीस भी जमा की लेकिन रिजल्ट नहीं आया, क्यों नहीं रिजल्ट आया ?क्या कारण रहे यह जांच का विषय हो सकता है, लेकिन छात्रों के भविष्य का क्या होगा और जवाबदेही किसकी यह बड़ा सवाल है, इस मामले को लेकर अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत इस मामले को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है उसके बाद भी सरकार ,शासन और विश्वविद्यालय सुनने को तैयार नहीं है, छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है और खबर लिखे जाने तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है,
इस मामले पर विश्वविद्यालय का पक्ष
श्री देव सुमन यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर एमएस रावत कहते हैं कि इस तरह का मामला सामने आया था ,यूनिवर्सिटी से भी चूक हुई है, कुछ कॉलेजों ने शिकायत भी की थी, लेकिन गलती कॉलेजाे की है उन्होंने एडमिशन मान्यता सीट से ज्यादा क्यों किए,
इस मामले पर कॉलेजों का पक्ष
देहरादून स्थित डीडी कॉलेज के संचालक जितेंद्र यादव से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि लगभग 17 कॉलेजों के छात्र छात्राओं के साथ ऐसा किया गया है ,अकेले डीडी कॉलेज में ही लगभग 100 छात्र-छात्राएं बी.ए. पार्ट वन का परिणाम नहीं आया है ,कई कॉलेजों के संचालकों ने बताया कि एडमिशन किए गए ,छात्रों द्वारा पहले कुछ सब्जेक्ट भरे गए और बाद में ऑनलाइन फॉर्म भरते हुए अलग सब्जेक्ट भरे गए, लेकिन श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में इनरोलमेंट नंबर, रोल नंबर जारी किए और एग्जाम भी कराएं ,लेकिन परीक्षा परिणाम नहीं आया, कई कॉलेज मुंह खोलने को तैयार नहीं है ,अब गलती कॉलेज की हो या यूनिवर्सिटी की छात्र छात्राओं का क्या दोष उन्हें उनका परीक्षा परिणाम मिलना चाहिए,
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत इस मामले को लेकर राज्यपाल ,मुख्यमंत्री , उच्च शिक्षा मंत्री और विश्वविद्यालय के कुलपति के पास गया है ,
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के प्रांतीय अध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया कि हमने से को छात्र के भविष्य को देखते हुए महामहिम राज्यपाल जी और मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत तथा श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव से भी पत्र भेजकर से गुहार लगाई है ,
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ने राज्यपाल को लिखित पत्र देते मांग की है कि विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों में छात्रों से विधिवत शुल्क जमा कराया, छात्र-छात्राओं का नामांकन संख्या और प्रवेश पत्र भी जारी किए गए ,परीक्षा भी हुई, लेकिन परीक्षा परिणाम नहीं आया, विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों की गलती का परिणाम छात्र-छात्राएं क्यों भुकते अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत द्वारा यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को भी चेतावनी दी गई है अगर 15 दिनों तक छात्रों का परिणाम घोषित नहीं हुआ तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होना पड़ेगा,