हल्द्वानी। निगम अफसरों और पार्षदों के बीच शुक्रवार को चले भयंकर मनमुटाव ने उग्र रुख अपना लिया है। नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया ने छह पार्षदों समेत सात लोगों पर निगम कार्यालय में तालाबंदी करने, कर्मचारियों को बंधक बनाने और गेट पर अनैतिक रूप से धरना देने के मामले में कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। इधर, पार्षदों ने नगर आयुक्त के इस्तीफे की मांग कर दी है।
नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया की ओर से कोतवाली में दी गई तहरीर में कहा गया है कि शुक्रवार को दोपहर 3 बजे मोहम्मद गुफरान, जीशान परवेज, लईक कुरैशी, रूमी वारसी, शकील अंसारी, महबूब आलम, मोहम्मद इस्लाम मिकरानी ने नगर निगम कार्यालय में अकारण तालाबंदी कर दी। जिससे कार्यालय के कर्मचारियों में डर का माहौल बन गया। इस दौरान कर्मचारियों को बंधक भी बनाया गया। कहा कि इन लोगों द्वारा दोपहर तीन बजे से लगातार अराजकता उत्पन्न की गई। ज्ञापन सहायक नगर आयुक्त को दिए जाने की बात कहने पर भी ये लोग नहीं माने और अनैतिक रूप से गेट बंद कर धरना दिया। कोतवाली पुलिस ने देर रात तहरीर के आधार पर सभी नामजदों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
कोतवाली प्रभारी मनोज रतूङी ने बताया कि नगर आयुक्त की ओर से नामजद तहरीर मिली थी। जिसके आधार पर कार्रवाई करते हुए सात लोगों के खिलाफ धारा 342 व अन्य सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस बीच धरने पर बैठे पार्षद आधी रात तक धरने पर बैठे रहे। पूर्व दर्जा मंत्री अब्दुल मतीन सिद्दीकी ने भी उन्हें समझाया। रात 12:40 बजे नगर, मजिस्ट्रेट ऋचा सिह के आश्वासन पर वह धरने से उठे।