*हल्द्वानी में जोहार के प्रवासियों से संवाद: सीमांत के 25 गांवों को किया जाएगा विकसित*

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हल्द्वानी। हल्द्वानी नगर में रहने वाले जोहार के प्रवासी परिवारों के साथ आज पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी के जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने अपने विजन तथा मिशन को लेकर संवाद किया । उन्होंने चीन सीमा से लगे मुनस्यारी क्षेत्र के विकास को लेकर बातचीत की। जोहारी समाज से अपील किया कि वे अपने मातृभूमि के जीवन में एक ऐसा काम करे, जो उनकी यादगार का रुप ले सके। कहा कि आज भी मुनस्यारी क्षेत्र को सरकारी कर्मचारियों को भेजने के मामले में दंडित क्षेत्र के रूप में ही देखा जाता है।
क्षेत्र की समस्याओं का आजादी के 75 वर्ष बाद भी समाधान नहीं हो पाना सरकारों का नकारापन है। सीमा क्षेत्र से लगातार बढ़ रहे पलायन पर भी चिंता जाहिर की गई । जोहार मिलन केंद्र के सभागार में हुई इस संवाद बैठक में जिला पंचायत सदस्य मार्तोलिया ने बताया कि वह सीमा क्षेत्र के 25 गांव को मॉडल विलेजेज के रूप में विकसित करना चाहते हैं। इसी के साथ धारचूला तथा मुनस्यारी के बांसबगड़, तिकसैन, नमजला, बरम तथा धारचूला में सोच अध्ययन एवं सोच केंद्र खोलकर प्रति प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र एवं युवाओं के लिए नया अवसर देने की तैयारी कर रहे हैं ।
मर्तोलिया ने कहा कि जोहार के प्रत्येक सक्षम व्यक्ति एक सरकारी विद्यालय के एक जरूरतमंद तथा होनहार छात्र को गोद लेकर उसके शिक्षा एवं जीवन सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाने के लिए आगे आएं। कहा कि हम इस तरह के बच्चो की सूचिवद्व कर रहे है।
उन्होंने यह भी कहा कि इन 25 गांव में प्रत्येक गांव में एक अध्ययन एवं संस्कार केंद्र भी खोला जा रहा है। कक्षा एक से आठ तक के बच्चो को नशा तथा अन्य कुरोतियो से बचाने के लिए यह कारगार सिद्व होगा।
इन केंद्रों का संचालन समुदाय आधारित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है ।इसलिए वे समाज का आह्वान करना चाहते हैं,कि वह अपने दैनिक खर्च पर कटौती कर वर्ष में दो बार इन केंद्रों को दो किताबें देने का लक्ष्य बनाएं।
मर्तोलिया ने कहा कि शिक्षा, रोजगार आदि के क्षेत्र में कार्य किए जाने की आवश्यकता पर एक प्लान बनाया गया है, जिसे सबके सामने साझा किया गया ।
उन्होंने जोहारी समाज का आवह्न किया कि वे मुनस्यारी की कारीगर महिलाओं के द्वारा बनाए जा रहे माफलर, स्वेटर, शाँल, टोपी आदि सामानों को खरीद कर स्वरोजगार को बढ़ावा देने की भूमिका निभाएं। ब्रांडेड़ कपड़ो के साथ अपनी मातृ भूमि के इन हाथ से बने वस्त्रो की कम से कम एक खरीद जरुर करें।
मर्तोलिया ने कहा कि आने वाले समय में जोहार क्षेत्र के भीतर होने वाले सामाजिक तथा आर्थिक विकास के लिए हल्द्वानी में रहने वाले परिवारों को एक सफ़ल सहयोगी की भूमिका निभानी होगी।
जोहार मिलन केंद्र के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह धर्मसत्तू ने मुनस्यारी क्षेत्र की समस्याओं के निदान के लिए सामूहिक प्रयास पर बल दिया ।
समाज चिंतक गजेंद्र सिंह पांगती ने कहा कि सरकार की योजनाएं सहायक हो सकती हैं, लेकिन हमें निजी प्रयासों से मुनस्यारी के हस्तशिल्प तथा खेती के उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने का कार्य करना चाहिए ।
मुनस्यारी के विकास को लेकर वक्ताओं ने विभिन्न प्रकार के सुझाव दिए ।इस मौके पर तय किया गया कि आने वाले समय में क्षेत्र में होने वाले सामाजिक कार्यों के लिए इस मिशन को आर्थिक सहयोग दिया जाएगा।
इस मौके पर जोहार शौका वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह पांगती, जोहार केंद्रीय शौका समिति के अध्यक्ष यतेंद्र सिंह पांगती, डॉक्टर पीएस मर्तोलिया,बीएसएनल के रिटायर्ड जीएम सत्यवान सिंह जंगपांगी, आइटीबीपी के रिटायर्ड डीआईजी भोपाल सिंह मर्तोलिया, महेश सिंह धर्मशक्तु, ठाकुर सिंह मपवाल, रमेश सिंह जंगपांगी,
प्रेम सिंह जंगपांगी, नरेंद्र सिंह टोलिया, हेमंत सिंह मर्तोलिया, उत्तम सिंह जंगपांगी, डॉ. बीएस पांगती, हीरालाल सिंह पांगती, हीरा सिंह धर्मसत्तू,आदि मौजूद थे।

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