उत्तराखंड के छह हेलीपैड बनेंगे हेलीपोर्ट, नियमित उङानों की तैयारी

Drammen hospital, Drammen, Norway - june 12, 2017: a red and yellow ambulance helicopter from Statens luftambulanse is standing on the heliport outside Drammen hospital (unseen)
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देहरादून। उत्तराखंड के छह हेलीपैड़ पर हेलीपोर्ट बनाने के लिए बजट जारी कर दिया गया है। इन हेलीपैड पर नियमित हवाई सेवा संचालन के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। दुर्गम भूगोल को देखते हुए सरकार प्रदेश में हवाई सेवाओं के विस्तार का प्रयास कर रही है।
इसी क्रम में सरकार मौजूदा हेलीपैड़ को अपग्रेड करते हुए हेलीपोर्ट के रूप में विकसित करने में जुटी हुई है। अभी ज्यादातर हेलीपैड पर सिर्फ हवाई पट्टी उपलब्ध है। अब इन्हें एक से अधिक हेलीकॉप्टर की पार्किंग के लायक बनाया जा रहा है। साथ ही हैंगर, यात्री टर्मिनल, फायर बिल्डिंग, वॉच टॉवर और बाउंड्री वाल का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए नागरिक उड्डयन विभाग ने बजट जारी कर दिया है। इसी वित्तीय वर्ष में काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
सरकार ने बजट जारी करते हुए गौचर  के लिए 16.98 करोड़,चिन्यालीसौड  6.40  करोड़,अल्मोड़ा के लिए 14.90 करोड़, हल्द्वानी के लिए 9.49  करोड़, कोटि कॉलोनी के लिए 1.88  करोड़,सहस्रधारा  के लिए 34.28 करोड़ स्वीकृत किए हैं।
इस बीच उकाडा देहरादून से वाया अल्मोड़ा होते हुए पिथौरागढ़ के लिए राज्य सरकार की हेलीसेवा शुरू करने की तैयारी पूरी कर चुका है। इस रूट पर सेवा देने के लिए दो ऑपरेटर ने आवेदन किया है। चूंकि यह सेवा राज्य सरकार संचालित करेगी, इसलिए इसका किराया अधिकतम पांच हजार तक रहेगा, जो मौजूदा सेवा के मुकाबले कम है। इसी क्रम में उकाडा ने अल्मोड़ा हेलीपैड के निरीक्षण के लिए डीजीसीए को पत्र लिखा है। अपर मुख्य कार्यधिकारी कमलेश मेहता के मुताबिक इस सप्ताह डीजीसीए का निरीक्षण होने की उम्मीद है। इसके बाद कभी भी सेवा शुरू हो सकती है। इसी के साथ पवनहंस लिमिटेड भी अल्मोड़ा से पिथौरागढ़ के लिए एक और हेलीसेवा शुरू करने की तैयारी कर रही है।

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