उत्तराखंड के राज्य मंत्री व विधायक का सहकारी बैंक की नियुक्ति में करोड़ों के घोटाले का आरोप

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देहरादून। उत्तराखंड सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ लेने वाले हरिद्वार ग्रामीण के विधायक यतीश्वरानंद व ज्वालापुर से भाजपा विधायक सुरेश राठौर ने हरिद्वार के जिला सहकारी बैंक में की जा रही वर्ग-चार की 34 नियुक्तियों को तत्काल रद्द करने की मांग की है। विधायकों ने बैंक प्रबंधन पर इन नौकरियों के लिए करोड़ों रुपये वसूलने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री को इस संबंध में पत्र दिया गया है। यह पत्र सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। राज्यमंत्री स्वामी यतीश्वरानंद और विधायक सुरेश राठौर ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र लिखकर कहा है कि नौ मार्च को कई अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित किया गया था कि सहकारी बैंक में वर्ग 4 के 34 पदों पर नियुक्ति की जानी है। दोनों ने आरोप लगाया कि इन नियुक्ति को लेकर करोड़ों रुपये का लेनदेन किया गया है। उन्होंने पार्टी और सरकार के हित में तत्काल इन नियुक्तियों को रद्द करने की मांग सीएम से की है। स्वामी यतीश्वरानंद और सुरेश राठौर ने सीएम को पत्र भेजने की पुष्टि की है। सुरेश ने कहा-निवेशकों के साथ कार्यकर्ताओं ने उनसे इस संबंध में शिकायत की थी। जनहित और पार्टी के हित को देखते हुए उन्होंने यह शिकायत मुख्यमंत्री से की है। दोनों ने कहा है कि पूरे जिले में इन नियुक्तियों को लेकर लेनदेन की चर्चा से जनता के बीच पार्टी व सरकार की छवि खराब हो रही है। इस बीच जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा है कि जब भर्ती हुई ही नहीं तो आरोप कैसे लगाया जा रहा है? दोनों विधायक सम्मानित हैं। इस तरह के आरोप लगाना गलत है। भर्ती प्रक्रिया सरकार द्वारा नामित व्यक्ति करते हैं ना कि चेयरमैन। वे अपने आरोपों को सिद्ध करके दिखाएं। इसके लिए मैं उन्हें मानहानि का नोटिस भेजने जा रहा हूं।

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