देहरादून। महिला का जबरन धर्म परिवर्तन कराकर शादी कराने और गर्भपात करवाने के मामले में डालनवाला कोतवाली पुलिस ने महिला के पति सहित छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आर्यनगर, डालनवाला निवासी एक महिला ने पुलिस को तहरीर दी। उसने बताया कि देहरादून स्थित एक इंस्टीट्यूट से उसने वर्ष 2002 में एमसीए की पढ़ाई की थी, जहां उसकी मुलाकात बिंजोकी कलां मलेरकोटला, संगरूर, पंजाब निवासी अरशद अली धोट से हुई।
इस बीच अरशद ने उसके साथ नजदीकियां बढ़ाई और खुद धर्म परिवर्तन कर अपना नाम हर्ष चौधरी रख लिया। 2008 में दोनों ने हरिद्वार में शादी कर ली। फरवरी 2009 में महिला आरोपित हर्ष चौधरी उर्फ अरशद अली के साथ हैदराबाद चली गई। आरोपित वहां नौकरी करता था। इस दौरान महिला गर्भवती हो गई। आरोपित ने महिला से कहा कि उनकी औलाद नाजायज कहलाएगी, क्योंकि उन्होंने इस्लामिक रीति-रिवाज से अभी तक निकाह नहीं किया है। ऐसे में आरोपित ने उसका गर्भपात करवा दिया।
अक्टूबर 2009 में दोबारा जब महिला गर्भवती हुई तो आरोपित ने दोबारा गर्भपात करवा दिया और धमकी दी कि बिना निकाह के वह बच्चे को स्वीकार नहीं करेगा। पीडि़ता ने बताया कि 2010 में दारूस्सलाम इस्लामिक सेंटर दिल्ली गेट, मलेरकोटला, पंजाब में उसका धर्म परिवर्तन कराया गया। इसके बाद हर्ष चौधरी उर्फ अरशद अली ने उसके साथ निकाह किया। सितंबर 2012 में महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया, जिसके बाद आरोपित ने महिला को उसके मायके छोड़ दिया और बच्चे को इस्लाम के अनुसार शिक्षा देने को कहा।
2015 में वह आरोपित के साथ अरब चली गई। जहां मई महीने में महिला ने बेटी को जन्म दिया। इसके बाद आरोपित ने उसकी पिटाई करनी शुरू कर दी। अप्रैल 2017 में महिला ने एक और बेटी व 2020 में चौथे बच्चे को जन्म दिया। 2021 में आरोपित के पिता ने महिला को फोन कर पंजाब बुलाया, जहां उसे पता चला कि आरोपित पहले से ही शादीशुदा है और उसके बच्चे भी हैं। यहां महिला के देवर दिलशाद अली ने उसका यौन शोषण किया और दूसरे देवर ने महिला की बेटी के साथ गलत हरकत की।
ससुरालियों से परेशान होकर अगस्त 2021 में महिला देहरादून आ गई और अपनी बहन के साथ रहने लगी।
डालनवाला कोतवाली निरीक्षक एनके भट्ट ने बताया कि आरोपित हर्ष चौधरी उर्फ अरशद अली धोट, दिलशाद अली, यासीन अली, हर्ष चौधरी के माता-पिता और आरोपित की दूसरी पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।