*अब श्रम विभाग ने भेजा इंटरार्क बिल्डिंग प्राइवेट को एक करोड़ 84 लाख रुपए का रिकवरी नोटिस*

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रुद्रपुर। श्रम विभाग ने इंटरार्क बिल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की सिडकुल पंतनगर शाखा को 1.84 करोड़ रुपये का रिकवरी नोटिस जारी किया है। श्रमिक कंपनी के खिलाफ पिछले काफी दिनों से आंदोलन कर रहे। प्रशासन से हुई वार्ता के बाद भी कंपनी ने श्रमिकों का भुगतान नहीं किया था।
ऊधमसिंह नगर जिले में इंटरार्क बिल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की दो शाखाएं हैं। एक सिडकुल पंतनगर और दूसरी किच्छा में है। पंतनगर शाखा में मार्च में कंपनी ने प्रोडक्शन में कमी आने और नुकसान होने का हवाला देकर 22 मार्च को कंपनी में अस्थायी तालाबंदी कर दी। कर्मचारियों को दूसरे ब्रांच में शिफ्ट कर दिया। जबकि कुछ श्रमिकों ने आरोप लगाया कि उन्हें बाहर कर दिया है। इस पर वह तीन माह से आंदोलनरत हैं। इधर, श्रमिकों ने तालाबंदी को लेकर जब कोर्ट का सहारा लिया तो उन्हें राहत मिली। कोर्ट ने तालाबंदी को अवैध घोषित करते हुए श्रमिकों की समस्या का समाधान करने के निर्देश श्रम विभाग को दिया था। जिसमें तालाबंदी के दिन से लेकर अब तक के श्रमिकों के वेतन का भुगतान करना है। इस मामले में अब श्रम कार्यालय ने इंटरार्क प्रबंधन को श्रमिकों के वेतन के लिए 1.84 करोड़ रुपये का रिकवरी नोटिस जारी किया है। श्रम प्रवर्तन अधिकारी अनिल पुरोहित ने बताया कि नोटिस की समय सीमा समाप्त हो चुकी है। इसलिए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सहायक श्रमायुक्त अरविंद सैनी ने बताया कि कंपनी के विरुद्ध आरसी काट दी गई है। जिला प्रशासन को रिकवरी भेज दी गई है।
इधर, इंटरार्क मजूदर संगठन के श्रमिकों के बच्चों ने कंपनी की वादा खिलाफी का आरोप लगाकर बाल पंचायत आयोजित की। इस दौरान बच्चों ने कंपनी प्रबंधन के विरोध में जमकर नारेबाजी की और प्रबंधन को उनके श्रमिक पिता की कार्यबहाली के साथ पिछले तीन माह के वेतन का भुगतान करने की मांग की। बच्चों ने जिला प्रशासन पर भी वादा खिलाफी का आरोप लगाया। यहां इंटरार्क मजदूर संगठन के अध्यक्ष दलजीत सिंह, महामंत्री सौरभ कुमार, वीरेन्द्र कुमार, कैलाश भट्ट, सुरेंद्र रावत, किच्छा के महामंत्री पान मोहम्मद, लक्ष्मण सिंह, सुब्रत कुमार विश्वास, जोतश्ना साहू, ध्रुव, राखी, अभिनंदन, अभिषेक, उत्कर्ष, पूजा, कुमकुम आदि रहे।

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