गिरीश जोशी,
हल्द्वानी। सल्ट विधानसभा उप-चुनाव में भिटौली के इस महीने में घर-घिर भिटौली मांग रही एक बहन को खास भिटौली का इंतजार है। इस भिटौली के उनके लिए बहुत मायने हैं, भाई के प्यार के साथ ही यह भिटौली उनका राजनीतिक सफर को शुरू करने में भी सहायक हो सकती है। सल्ट में कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचोली को इस भिटौली का इंतजार है अपने उस भाई से जिसके साथ शायद कुछ राजनीतिक खटपट चल रही है। वह भाई हैं पूर्व विधायक रणजीत रावत जो अपने बेटे के लिए सल्ट से टिकट की पैरवी कर रहे थे, मगर टिकट मिला गंगा पंचोली को। अब गंगा के रंजीत की भिटौली का इंतजार है।
सल्ट विधानसभा उपचुनाव में अब एक सप्ताह का समय बच गया है। 15 अप्रैल को चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत के घर सल्ट की इस सीट में रावत प्रचार से दूर हैं। भारतीय जनता पार्टी ने सीट को हर हाल में अपने पास रखने के लिए सारी ताकत लगा दी है। कांग्रेस की गंगा पंचोली फिलहाल हरीश रावत के नजदीकी समझे जाने वाले नेताओं के सहारे प्रचार में बनी हुई हैं। यह चुनाव जहां हरीश रावत का कद तय करेगा, वहीं राज्य के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के काम का विश्लेषण भी करेगा। अभी तक यह चुनाव भिटौली बनाम सहानुभूति के बीच फंस गया है। अब देखना होगा कि कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचोली को कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और इस सीट से दो बार विधायक रह चुके रणजीत रावत की भिटौली मिलती है या नहीं। गंगा पंचोली खुद को सल्ट की बेटी, बहू बताकर भिटौली के रूप में वोट देने का अनुरोध कर रही हैं।
उधर अपने पुत्र व सल्ट के ब्लॉक प्रमुख विक्रम रावत को टिकट की पैरवी कर रहे रंजीत रावत का परिवार अभी प्रचार से दूर है। इतना ही नहीं विक्रम ने प्रत्याशी व उनके साथ चल रहे लोगों पर रंजीत रावत की उपेक्षा का खुला आरोप भी लगाया है। इसके विपरीत भाजपा के प्रत्याशी महेश जीना जहां पार्टी संगठन के बल बूते चुनाव में है, वहीं पूर्व विधायक सुरेंद्र जीना की मृत्यु के बाद सहानुभूति का लाभ भी महेश जीना को मिल रहा है। भाजपा ने इस चुनाव को प्रतिष्ठा से जोड़ रखा है। वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री और दलित चेहरा यशपाल आर्य के साथ ही राज्य मंत्री धन सिंह रावत और रेखा आर्य भी चुनाव प्रचार की कमान संभालने हुए हैं। संगठन ने प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट को चुनाव प्रचार समाप्त होने तक सल्ट में जमे रहने को कहा है। यह चुनाव अभी तक भिटौली बनाम सहानुभूति के बीच फंस गया है। गंगा पंचोली का मायके और ससुराल दोनों सल्ट विधानसभा में है। वह कहती हैं कि चैत्र मास की भिटौली वोट के रूप में जरूर मिलेगी। भाजपा प्रत्याशी महेश जीना का कहना है कि 10 साल उनके छोटे भाई सुरेंद्र जीना यहां से विधायक रहे और उन्होंने अभूतपूर्व विकासकार्य किए हैं। उनके कई अधूरे विकास कार्यों को पूरा करना ही उनका मकसद है। कांग्रेस की गंगा पंचोली का कहना है की पिछले 10 वर्षों के दौरान सल्ट क्षेत्र विकास की दृष्टि से 25 साल पिछड़ गया। अल्ट्रासाउंड के लिए महिलाओं को 90 किमी दूर रानीखेत अथवा रामनगर, हल्द्वानी जाना पड़ रहा है। ये कैसा विकास है। इस क्षेत्र की सबसेे बड़ी समस्या पानी, सड़क, स्वास्थ्य की है। अब ऊंट किस करवट बैठता है ये आने वाले दो मई को पता चलेगा।