हरिद्वार। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने जेई भर्ती भी निरस्त कर दी है, कुल 740 पदों की इस भर्ती में लिखित परीक्षा के बाद साक्षात्कार की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। इस प्रकरण में नकल की शिकायत पर एसआईटी पहले ही मुकदमा दर्ज करते हुए कई गिरफ्तारियां कर चुकी है।
लोक सेवा आयोग ने नवंबर 2021 में ग्रामीण निर्माण विभाग, सिंचाई, पंचायती राज, लघु सिंचाई, लोनिवि, ऊर्जा और आवास विभाग में कनिष्ठ अभियंताओं की सीधी भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था। कुल 740 पदों के लिए आयोग को 31 हजार आवेदन प्राप्त हुए। जिसके लिए गत वर्ष सात से 10 मई के बीच लिखित परीक्षा आयोजित की गई, 31 अगस्त को परिणाम जारी होने के बाद इसमें कुछ विभागों के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। इस बीच जनवरी में पटवारी भर्ती लीक सामने आने के बाद आरोपियों की जेई भर्ती में संलिप्ता सामने आई। जिस पर एसआईटी ने मुकदमा दर्ज करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। इसी क्रम में अब आयोग ने नकल पुष्टि होने के बाद जेई भर्ती में लिखित और साक्षात्कार परीक्षा निरस्त करने का निर्णय लिया है। आयोग के परीक्षा नियंत्रक अवधेश सिंह की ओर से शुक्रवार को जारी आदेश के अनुसान इस परीक्षा के लिए अब अप्रैल दूसरे सप्ताह में जेई भर्ती का नया विज्ञापन जारी किया जाएगा, साथ ही नवंबर में पुनर्परीक्षा आयोजित की जाएगी। पूर्व की परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों को अधिकतम आयु और फीस में छूट का प्रस्ताव भी शासन भेजा जाएगा। इस बार सीएम घोषणा के क्रम में साक्षात्कार भी खत्म कर दिया गया है। आयोग नकल आरोपी अभ्यर्थियों पर पहले ही रोक भी लगा चुका है।
दो अनुभाग अधिकारी समेत 12 की हो चुकी है गिरफ्तारी जेई पेपर लीक कांड में एसआईटी लोक सेवा आयोग के दो अनुभाग अधिकारी समेत 12 आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है। जबकि इनामी पूर्व भाजपा नेता इनामी अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ पाया है।
एसआईटी ने जेई के साथ एई भर्ती में भी मुकदमा दर्ज किया है। इधर, आयोग के सचिव जीएस रावत ने बताया कि पुलिस ने अभी एई भर्ती पर कोई जानकारी नहीं दी है। सिर्फ जेई भर्ती में धांधली की पुष्टि की है, इस कारण अभी जेई भर्ती पर ही निर्णय लिया गया है।