हरिद्वार। भगवान का दर्जा लिए डॉक्टर ने किया मेडिकल फील्ड को बदनाम करने वाला काम। नशीली दवाईयां सप्लाई प्रकरण में बीएएमएस डॉक्टर और दो शागिर्द हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं। दबोचे गए आरोपी डॉक्टर की पत्नी फिलिपिंस से कोर्स कर रही है। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कहा है कि नशे के सौदागरों के लिए अंतिम पड़ाव जेल है।
पुलिस के मुताबिक नशीली दवाईयां सप्लाई प्रकरण में 27 जनवरी को थाना भगवानपुर में दर्ज कराए गए मु0अ0सं0 46/23 धारा 8/22(C)/60 N.D.P.S. Act में गिरफ्तार अभियुक्त मौहमद वसीम अकरम निवासी रामपुर डांडी थाना गंगनहर से की गई पूछताछ एवं विवेचना के आधार पर हरिद्वार पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है।
विवेचक द्वारा तमाम सुबूतों के अन्वेषण उपरांत पुलिस टीम के सहयोग से उक्त नशीली दवाओं की सप्लाई में भागीदार बीएएमएस. डॉ0 शाहिद (नवजीवन अस्पताल) व उसके 02 शागिर्द साजिद व भूरा हसन उर्फ रिहान को हिरासत में लिया। अभियुक्त शाहिद द्वारा अलग-अलग किस्तों में 70 हजार रुपए अपने खाते में मंगवाकर अपने दो कर्मचारियों साजिद व भूरा के माध्यम से अभियुक्त मौहमद वसीम अकरम को नशीली दवाओं (Tramadol-6720, ALPRAZOLAM-35400) की खेप पहुंचाई थी। अभियुक्त मौहम्मद वसीम अकरम ने ये खुलासे भी किये। मदरहुड युनिवर्सिटी से D-PHARMA की डिग्री ले चुका अभियुक्त वसीम हिंद मेडिकल स्टोर संचालित कर रहा था। इससे पहले अन्य मेडिकल शॉप पर काम करने के दौरान ही वसीम की मुलाकात नशीली दवाएं मंगा रहे नफीस तथा सप्लायर डॉ0 शाहिद से हुई थी। एक बड़ा खुलासा ये भी हुआ है कि डॉक्टर शाहिद की पत्नी वर्तमान में फिलिपिंस से एमबीबीएस का कोर्स कर रही है।
गिरफ्तार अभियुक्त.शाहिद पुत्र शराफत नि0 सुल्तानपुर थाना लक्सर जनपद हरिद्वार, साजिद पुत्र साहिद नि0 सदरुद्दीन नगर थाना नहटोर जिला बिजनोर उ0प्र0 भूरा हसन उर्फ रिहान पुत्र मंगताहसन नि0 ग्राम सुल्तानपुर थाना लक्सर जनपद हरिद्वार शामिल हैं।
पुलिस टीम में उपनिरीक्षक लोकपाल परमार, कांस्टेबल अनिल, निर्मल हिमांशु शामिल थे।