- हल्द्वानी। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि शासन द्वारा जनपद को 600 रेमडेसिविर की पहली खेप उपलब्ध करा दी है। जिसका वितरण कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सुशीला तिवारी को 300, बीडी पाण्डे नैनीताल को 120 तथा बेस अस्पताल को 180 रेमडेसिविर उपलब्ध करा दिये गये है। इससे मरीजो के उपचार में चिकित्सकों को आसानी होगी। इंजेक्शन किन मरीजों को लगेगा इसकी गइडलाइन एचटीएच प्रशासन की ओर से तय कर दी गई है।
श्री गर्ब्याल ने बताया कि कोरोना के मरीजो को लगने वाली रेमडेसिविर इंजेक्शन की लम्बे समय से डिमांड हो रही थी। प्राचार्य डाॅ. सीपी भैसोडा, एमएस डाॅ. अरूण जोशी व मेडीसिन विभाग के एचओडी डाॅ. एसआर सक्सेना ने 22 अप्रैल को जारी आईसीएमआर का हवाला देते हुए मामले में गाइडलाइन जारी कर दी है जिसमें विशेष तौर पर कहा गया है कि जो मरीज आॅक्सीजन पर नहीं है तथा घर पर हैं उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन नही दिया जाएगा। डाॅक्टरों की टीम ने बताया कि मरीजों को इंजेक्शन लगाने को लेकर काफी दबाव बनाया जाता है। इस पर उन्होने डाॅक्टरों से किसी के दबाव में आकर पूरी नियम कायदों से काम करने की अपील की है। डाॅक्टरों की टीम ने कहना है कि रेमडेसिविर का पांच इंजेक्शन का कोर्स होता है। यह जिले में तीन सरकारी और तीन प्राइवेट अस्पताल को दिए गए है।
उन्होने बताया कि प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड में रेमडेसिवर इंजैक्शन की दर 2464 रूपये तय कर दी हैं। इसके अलावा सरकार ने पोर्टल शुरू किया है जिसमें अधिगृहित प्रत्येक चिकित्सालय में खाली बेडों की संख्या को आन लाइन देखा जा सकता है।