खेत में घास लेने गई महिला को गुलदार ने मार डाला, गांव के लोगों ने किया वन विभाग की टीम का घेराव

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जसपुर। ऊधमसिंहनगर के जसपुर के पास ग्राम पंचायत रायपुर में खेत में चारा लेने गई महिला को गुलदार ने मार डाला। गुस्साए ग्रामीणों ने लापरवाही का आरोप लगा वन विभाग की टीम का घेराव किया।

जसपुर का ग्राम रायपुर और अफजलगढ़ (बिजनौर) का गांव मोहम्मदपुर राजोरी की सीमाएं आपस में मिली हैं। मोहम्मदपुर राजोरी निवासी मुरारी सिंह की पत्नी कमलेश देवी (45) बुधवार देर शाम मवेशियों के लिए चारा लेने खेत में गई थी। वहां घात लगाए बैठे गुलदार ने उस पर हमला कर दिया। चीख-पुकार सुनकर खेतों में काम कर रहे ग्रामीण शोर करते हुए मौके पर पहुंचे, लेकिन गर्दन पर हमले की वजह से महिला की मौत हो गई। सूचना पर नगीना के रेंजर प्रदीप शर्मा के नेतृत्व में वन विभाग की टीम और अफजलगढ़ थाने की पुलिस पहुंची। विधायक जसपुर आदेश चौहान मौके पर पहुंच गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम का घेराव किया। रेंजर प्रदीप शर्मा ने पीड़ित परिवार को जल्द मुआवजा देने और गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाने का आश्वासन दिया।
गांव के लोगों का कहना था कि रायपुर में गुलदार के हमले में महिला की मौत की घटना से पहले जसपुर सीमा से सटे यूपी के गांव मुस्सेपुर, उदयपुर में गुलदार दो बालिकाओं को अपना निवाला बना चुका है।

जसपुर भूतपुरी रोड पर नादेही से पांच किमी आगे रेहड थाना क्षेत्र का गांव मुस्सेपुर है। इससे सटा उदयपुर एवं दो अन्य गांव है। इन गांवों की आबादी अधिक नहीं है तथा चारों ओर जंगल है। गत 20 अप्रैल की रात उदयपुर में गुलदार ने नल से पानी भर रही रिजवान की छह वर्षीय पुत्री अर्शी को उठा लिया। देर रात उसका शव खेत में मिला। इसके बाद पास के गांव में गुलदार ने 70 वर्षीय दिव्यांग व्यक्ति पर हमला कर घायल कर दिया। 12 वर्षीय बच्ची पर हमला कर उसे भी जख्मी कर दिया। ग्राम मुस्सेपुर में सात वर्षीय बच्ची को भी गुलदार ने निवाला बनाया था। जसपुर की सीमा से सटे रायपुर, रायपुर मडेया, अंगदपुर के ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग उठाई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से रायपुर में गुलदार ने फिर महिला को अपना निवाला बना लिया। रायपुर के ग्राम प्रधान कमरूददीन ने बताया कि उन्होंने आबादी क्षेत्र में गुलदार की लगातार बढ़ती सक्रिया को देखते वन विभाग से कई बार पिंजरा लगाने की मांग की थी। लेकिन वन विभाग लापरवाह बना रहा। क्षेत्रवासियों का कहना है कि हमले के बाद गुलदार अपनी लोकेशन बदल लेता है। विभाग द्वारा लगाये गए ड्रोन कैमरे में गुलदार की मूवमेंट नहीं मिल पाई।

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