इंश्योरेंस कंपनी ने कर दिया 35 करोड़ का फर्जी भुगतान, तीन अफसरों के खिलाफ मुकद्दमा

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रुद्रपुर। यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक व उप प्रबंधक ने सर्वेयर के साथ मिलकर 35 करोड़ का फर्जी भुगतान कर दिया। कंपनी ने इन अफसरों पर मुकदमा दर्ज कराया है।

कंपनी के प्रबंधक अनीश कुमार श्रीवास्तव ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि रुद्रपुर की शाखा में वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अश्विनी सक्सेना 22 अक्तूबर 2018 से और हेमंत सिंह जंगपांगी उप प्रबंधक के पद पर वर्ष 2016 से तैनात थे। वर्ष 2022 में रुद्रपुर शाखा में मोटर ऑन डैमेज क्लेम राशियों में असाधारण वृद्धि हो गई। कंपनी ने गोपनीय जांच कराई तो पता चला कि ऑटो वर्कशॉप में बड़ी संख्या में दावों को कैशलेस मोड में निपटाया गया है। अधिकांश दावों की निपटान राशि एक से 2 लाख रुपये के बीच थी। जांच में पाया कि दोनों अधिकारियों ने हरियाणा की ऑटो वर्कशॉप के वाहन मरम्मत के बिल बढ़ा-चढ़ाकर 40 दावों का निपटारा किया। कंपनी ने जांच के बाद सर्वेयर प्रसून दीक्षित, सुमित कुमार, हिमांशु गर्ग, सुरेश बाबू, अजय कुमार, शेखर अग्रवाल को सर्वेयर पैनल से निष्कासित कर दिया था। आरोप लगाया कि वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अश्विनी और उप प्रबंधक हेमंत ने बीमा सर्वेक्षकों और ऑटो गैराज मालिकों की मिलीभगत से कंपनी के धन का दुरुपयोग कर 35 करोड़ का नुकसान किया। एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने दोनों अफसरों के साथ ही अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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