बागेश्वर। कुछ दिन पहले यहां जिला चिकित्सालय में तैनात फार्मेसिस्ट की कोरोना संक्रमित होने के बाद सरकारी फाइल के साथ काम करने की फ़ोटो वायरल हुई थीं। लोगों ने फ़ोटो पर कई कमेंट भी किये। अब प्रभारी चीफ फार्मेसिस्ट हरीश ऐठानी ने कोविड काल के दौरान चिकित्सालय में कई अनियमितताएं होने का आरोप लगाया। कार्यमुक्त किए जाने की मांग की है। इस मामले में मुख्य चिकित्साधीक्षक को पत्र भी दिया है।
फार्मेसिस्ट ने कहा कि वह जिला चिकित्सालय में फार्मेसिस्ट हैं। एक साल से उनको अतिरिक्त प्रभार दिया है। वर्तमान में कोविड काल चल रहा है। जिसके चलते चिकित्सालय में आक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। इसका अलग से कोई स्टॉक नहीं है। इसके अलावा कई लोग चिकित्सालय में दान कर रहे हैं। उसका भी कोई अलग स्टॉक नहीं है। कहा कि पूर्व में क्रय किए गए सामान के भुगतान के लिए कंपनी की देनदारियां बड़ी हैं। उनका भुगतान नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में सांसद, विधायक समेत कई संस्थाएं जिला चिकित्साल, ट्रामा सेंटर व डिग्री कॉलेज स्थित कोविड सेंटर की अलग-अलग स्टॉक बुक होनी चाहिए। ऐसा नहीं है। बीमारी की स्थिति में भी उनके पास कंपनी के प्रतिनिधि फोन करके भुगतान करने की बात कह रहे हैं, जिससे उनका उत्पीड़न हो रहा है।
प्रभारी चिकित्साधीक्षक जिला अस्पताल बागेश्वर एलएस बृजवाल ने कहा कि फार्मासिस्ट ऐठानी का पत्र उन्हें नहीं मिला है। उन्हें बीमारी के दौरान काम करने का कोई लिखित आदेश नहीं दिया गया है। वह कोरोना पॉजिटिव हैं। उन्हें आराम करना चाहिए। अस्पताल की व्यवस्थाएं सुचारू कर ली जाएंगी।