रुद्रपुर। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह तैयार है। जिला व उप जिला अस्पतालों से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक आक्सीजन प्लांट व वेंटिलेटर की सुविधा मुहैया करा दी है। जिससे मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की दिक्कत न हो सके।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने शुक्रवार को मेडिकल कालेज में बने कोविड अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद कहा कि इलाज में गड़बड़ी व ब्लैक मेलिंग करने वाले निजी अस्पतालों को बख्शा नहीं जाएगा। पहले भी गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं गया था। एंटीजन किट के फर्जीवाडे के मामले में उन्होंने कहा कि कालाबाजारी या गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। अहदाबाद से तीन हजार रेमेडेसिविर इंजेक्शन मंगाया था।
ब्लैक फंगस के इलाज के लिए पूरी सुविधाएं हैं। 15 हजार पहले इंजेक्शन थे और जरुरत पड़ने पर खरीदा जाएगा। उन्होंने अस्पताल में कोविड मरीजों की उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं, डाक्टरों व स्टाफ की कार्यशैली की सराहना की। कहा कि पीपीई किट में कई घंटे तक मरीजों को देखना व इलाज करना आसान काम नहीं है। डाक्टरों व स्टाफ ने काफी मेहनत कर रहे हैं। बताया कि मरीजों ने इलाज में किसी प्रकार की शिकायत नहीं की। समय से दवाएं व भाेजन मरीजों को उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य कोविड संक्रमण व बादल फटने की आपदा से लड़ रहा है। इलाज में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। सीएम का कहना है कि आपदा में असामाजिक तत्वों ने कमाई का धंधा बना लिया है। ऐसे लोगों समाज के लिए बदनुमा धब्बा होते हैं। उन्हें महामारी में सेवा छोड़िया कालाबाजारी व कमाई का जरिया नजर आ रहा है। प्रशासन को ऐसे लोगों पर बराबर नजर रखनी चाहिए। समय रहते इन पर कार्रवाई करनी चाहिए। लोग परेशान व डरे हुए हैं। ऐसे में उन्हें परेशान करना पाप है। प्रदेश में ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था हो चुकी है। ब्लैक फंगस के लिए उचित इंतजाम किए जा चुके हैं। अब किसी प्रकार से कोई समस्या नहीं है।