महिला नर्स आत्महत्या मामले का पुलिस ने किया खुलासा, रिश्तेदार मुरादाबाद से गिरफ्तार

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हल्द्वानी। नैनीताल जिले के हल्द्वानी में एक महिला नर्स की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। यह सनसनीखेज मामला 27 अप्रैल 2025 को सामने आया, जब एक नर्स ने अपने निवास स्थान पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जांच में पता चला कि मृतका का दूर का रिश्तेदार ही इस आत्महत्या के पीछे का कारण था। अभियुक्त की पहचान मोहम्मद हारून (27 वर्ष) के रूप में हुई, जिसे 11 मई 2025 को गिरफ्तार कर लिया गया।

घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल, प्रहलाद नारायण मीणा ने तत्काल संज्ञान लिया और एक विशेष पुलिस टीम गठित की। इस टीम का नेतृत्व प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव ने किया, जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद्र और क्षेत्राधिकारी नितिन लोहनी के मार्गदर्शन में वरिष्ठ उपनिरीक्षक रोहताश सिंह सागर ने विवेचना की। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल फॉरेंसिक जांच और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्त तक पहुंचने में सफलता हासिल की।

जांच में खुलासा हुआ कि मोहम्मद हारून, जो मुरादाबाद के थाना ठाकुरद्वारा का निवासी है, मृतका का दूर का रिश्तेदार था और पिछले 10-12 वर्षों से उसके संपर्क में था। मृतका की तीन साल पहले शादी हो चुकी थी, लेकिन अभियुक्त ने उसके साथ कई बार झगड़ा और मारपीट की। इसके अलावा, उसने मृतका से ऑनलाइन पैसे भी लिए और उस पर शादी के लिए दबाव डाला। इस मानसिक उत्पीड़न के कारण मृतका ने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाया।

पुलिस ने अभियुक्त के खिलाफ थाना हल्द्वानी में धारा 108 BNS के तहत मुकदमा दर्ज किया था। जांच के बाद 11 मई को हारून को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

इस ऑपरेशन में शामिल पुलिस टीम में वरिष्ठ उपनिरीक्षक रोहताश सिंह सागर, उपनिरीक्षक महेंद्र प्रसाद, आरक्षी (एसओजी)अरविंद कुमार , हेड कांस्टेबल इशरार नबी, आरक्षी संतोष बिष्ट और आरक्षी कुंदन सिंह शामिल थे। सीसीटीवी तकनीकी टीम ने महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाने में अहम भूमिका निभाई।

एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने पुलिस टीम की त्वरित कार्रवाई की सराहना की और कहा कि जनपद में अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस हरसंभव प्रयास कर रही है। इस मामले ने समाज में रिश्तों के दुरुपयोग और मानसिक उत्पीड़न जैसे गंभीर मुद्दों को फिर से उजागर किया है। स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की प्रशंसा की है।

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