पिथौरागढ़। जिलाधिकारी आशीष चौहान ने कहा है कि पिथौरागढ जैसे सुन्दर, नगर में पयटको को आकर्षित करने के लिए स्वीकृत थरकोट झील के निर्माण कार्य में विलंब करना लापरवाही से कम नहीं है। अब ऐसा स्वीकार नहीं होगा। कहा कि पिथौरागढ़ की महत्वपूर्ण परियोजना थरकोट झील है। जिलाधिकारी ने आज थरकोट झील का स्थलीय निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान कार्य की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी नाराज हो गए। उन्होंने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यदाई संस्था राजकीय सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए कि यह परियोजना जिले के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है,जिसे हर हाल में पूर्ण किए जाने हेतु निर्धारित समय जनवरी 2022 से पूर्ण करना। कहा कि थरकोट झील उनकी प्राथमिकता है। इसमें कोई लापरवाही बर्दास्त नहीं होगी। इस हेतु मौसम अनुकूल होने पर रात दिन कार्य कराया जाय। मैन पावर व मशीनरी को बढ़ाया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि वह प्रत्येक सप्ताह कार्यो की समीक्षा के साथ ही समय समय पर स्थलीय निरीक्षण भी करेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में बड़ी परियोजनाओं में तेजी से कार्य कराए जाने हेतु उनकी प्रतिदिन मोनिटरिंग किए जाने हेतु सभी परियोजनाओं के कार्य स्थल पर सीसी टी वी कैमरे लगाए जा रहे हैं, उन्होंने अधिशासी अभियंता सिंचाई को निर्देश दिए कि वह शनिवार तक थरकोट कार्य स्थल पर सी सी टी वी कैमरा स्थापित करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि इस कार्य को विभाग सर्वोच्च प्राथमिकता में लें, तभी समय पर कार्य पूर्ण होगा।
निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता सिंचाई ने अवगत कराया कि थरकोट झील निर्माण हेतु कुल 29 करोड़ 73 लाख की डीपीआर स्वीकृत है जिसके सापेक्ष वर्तमान तक 11 करोड़ रूपये प्राप्त हो गए हैं, जिसमें से वर्तमान तक 9 करोड़ 80 लाख की धनराशि व्यय करते के साथ ही 40 फीसदी कार्य पूर्ण हो गया है। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता सिंचाई फरहान खान ,सहायक अभियंता नीरज गिरी, संजय जोशी आदि मौजूद रहे।