हल्द्वानी। आशा वर्कर्स ने प्रदेश सरकार पर 12 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे वर्कर्स के आंदोलन को तोङने की साजिश करने का आरोप लगाया है। कहा है कि सरकार इधर-उधर की बात कर गुमराह करने के बजाए नियमितीकरण के मामले पर गंभीरतापूर्वक विचार करें।
महिला अस्पताल परिसर में चल रहे धरना आज बारहवें दिन भी जारी रहा। उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन से जुङे लोगों ने कहा कि “सरकार बार बार वार्ता की आंख मिचौली खेलना बंद कर स्पष्ट रूप से अपना ठोस लिखित प्रस्ताव दे। यदि सरकार समाधान चाहती है तो मासिक मानदेय सहित 12 सूत्रीय मांगों के हर बिंदु पर सरकार द्वारा की जाने वाली कार्यवाही का ब्यौरा साफ साफ दर्ज किया जाय, तभी सरकार की बात पर विचार करना सम्भव होगा।”
कहा कि, “सम्मानजनक मासिक मानदेय से कम कुछ भी मंजूर नहीं किया जायेगा। साथ ही अन्य मांगों पर भी राज्य सरकार साफ साफ लिखित समझौता करे, तभी हड़ताल समाप्त होगी।”
आज हल्द्वानी में बारहवें दिन के धरने में यूनियन महामंत्री डॉ कैलाश पाण्डेय, रिंकी जोशी, उमा दरमवाल, भगवती बिष्ट, रीना बाला, अनुराधा, तुलसी रावत, ममता, मनीषा, दीपा, मंजू, हंसी, सुनीता भट्ट, सरोज रावत, विमला कपकोटी, पुष्पा आर्य, कमलेश, ज्योति, कमला आर्य, माया, मोहिनी, अनिता आर्य, सावित्री, चम्पा मंडोला, मुमताज़, प्रियंका, भावना, दया, रेखा, अर्शी, सायमा, रमा भट्ट, कमला, आशा जोशी समेत बड़ी संख्या में आशाएँ मौजूद रही। हड़ताल के समर्थन में हल्द्वानी के पूर्व ब्लॉक प्रमुख भोला दत्त भट्ट भी पहुँचे।