नैनीताल। नेशनल हाईवे 74 घोटाले के आरोपियों में शामिल पूर्व चकबंदी अधिकारी की नैनीताल में हृदयाघात से मौत हो गई। वह कल 18 फरवरी को तारीख में पेश होने के लिए पत्नी के साथ हरिद्वार से नैनीताल आए थे पुलिस ने पंचनामा और पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक मूल रूप से उतर प्रदेश के चमरसैना जिला जारौन झांसी निवासी व हाल शुभम विहार कालोनी जमालपुर कला हरिद्वार निवासी गणेश प्रसाद निरंजन मंगलवार को अपनी पत्नी मुन्नी देवी के साथ नैनीताल पहुंचे हुए थे।उनकी 18 फरवरी को तारीख को कोर्ट में तारीख थी। मंगलवार को पहुंचने के बाद उन्होंने नैना देवी मंदिर में दर्शन किए। खाना खाया और कमरे में आराम करने चले गए। रात को होटल कर्मियों ने खाना खाने को लेकर पूछा तो उन्होंने तबियत खराब होने की बात कहकर मना कर दिया। रात करीब दस बजे अचानक उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई जिस पर पत्नी ने पूर्व में चल रही दवाइयां उन्हें दी, लेकिन सुधार नहीं हुआ। एक घंटे बाद जब वह उल्टियां करने लगे तो होटल कर्मचारी और पत्नी उन्हें लेकर बीडी पांडे अस्पताल पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डाक्टरों ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला हृदयाघात का मालूम पड़ रहा है। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के स्पष्ट कारणों का पता लग पाएगा। कोतवाली पुलिस ने शव के पंचनामा की कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।