रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर नक्सलियों के साथ शनिवार को हुई मुठभेड़ के बाद से अब तक 21 जवान लापता हैं और उनकी खोज जारी है। इस मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हुए हैं और 30 अन्य जवान घायल हुए हैं। हालांकि, समाचार एजेंसी एएनआई का दावा है कि मौके से अभी तक 14 शव बरामद हुए हैं।
बस्तर क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों ने रविवार को बताया कि बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर जगरगुंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जोनागुड़ा गांव के पास सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच शनिवार को हुई मुठभेड़ के बाद से 21 जवान लापता हैं और सुरक्षा बलों को उनकी खोज में भेजा गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लापता जवानों से अभी तक संपर्क नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि जवानों की सुरक्षा को लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन उम्मीद है कि जवान सुरक्षित होंगे।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सीआरपीएफ डायरेक्टर जनरल कुलदीप सिंह भी रविवार सुबह हालात का जायजा लेने छत्तीसगढ़ पहुंचे। उन्होंने बताया कि 21 लापता जवानों में से 7 सीआरपीएफ के जवान हैं। हमले में शहीद हुए 5 जवानों में से भी 2 सीआरपीएफ के हैं। इसके अलावा घायल हुए जवानों में से भी 16 जवान सीआरपीएफ के हैं।
सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्री अमित शाह ने कल सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर सुरक्षा बलों पर हुए नक्सली हमले को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से बात की। गृह मंत्री ने स्थिति का जायजा लेने के लिए सीआरपीएफ के महानिदेशक को राज्य में जाने के लिए कहा। गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री से कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर नक्सली हिंसा की लड़ाई को अवश्य जीतेंगे और केंद्र सरकार की तरफ से जो भी आवश्यक मदद होगी वो राज्य सरकार को दी जायेगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवानों के शहीद होने पर शोक जताया है. पीएम मोदी ने कहा कि जवानों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा। ट्वीट कर पीएम मोदी ने लिखा है, मेरी संवेदनाएं छत्तीसगढ़ में शहीद हुए जवानों के परिजनों के साथ है. वीर शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है।’