सूखा पड़ने से फसल बर्बाद, सरकार की चुप्पी पर कांग्रेस नाराज जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन

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पिथौरागढ़। कांग्रेस ने इस साल बारिश नहीं होने के चलते सूखा पङे पर चिंता जताई है। कहा है कि एक और किसानों की फसल सूख गई है और दूसरी ओर जंगल भी आग से जलकर वन संपदा भी खत्म हो गई है। इस सबके बावजूद भी सरकार चुप बैठी है। नाराज जिला कांग्रेस कमेटी ने आज जिला मुख्यालय में प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। जंगलों में आग से ग्रामीणों को हो रहे नुकसान का मुआवजा भी मांगा।
कांग्रेस कायॅकताॅ कलक्ट्रेट पहुंचे और वहां नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। कहा कि बारिश नहीं होने से रबी की फसल सूख चुकी है। खेती पर आश्रित लोगों के सम्मुख भुखमरी की नौबत आ चुकी है। पानी के स्रोत सूख चुके हैं। ग्रामीणों को दूर -दूर से पानी लाना पड़ रहा है। ऊपर से जंगलों की आग भयावह रूप ले चुकी है। वातावरण धुंध से भर गया है। आग गांवों तक पहुंच रही है। मकान जल रहे हैं, जानवरों के लिए रखा सूखा चारा जल कर नष्ट हो रहा है। शासन, प्रशासन मौन बैठा है। उन्होंने पिथौरागढ़ को सूखाग्रस्त जिला घोषित करने, खाद्यान्न की व्यवस्था करने की मांग की। वनाग्नि के लिए कांग्रेसियों ने वन विभाग को जिम्मेदार  बताया  और कहा कि वनों की आग बुझाने के लिए कारगर कदम उठाया जाए और ग्रामीणों को मानदेय देकर उनका सहयोग लेकर आग पर नियंत्रण पाया जाए। कहा कि यदि मांगे नहीं मानी गई तो सात अप्रैल को जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया जाएगा। प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष त्रिलोक महर, खीमराज जोशी, पूर्व विधायक मयूख महर, कैलाश जोशी, भुवन पांडेय,  मथुरा दत्त्त जोशी , युंका जिलाध्यक्ष ऋषेंद्र महर, रजत विश्वकर्मा, महिपाल वल्दिया, कमलेश कसनियाल, शंकर खड़ायत, त्रिलोक बिष्ट शामिल रहे।

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