पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ की विधायक चंद्रा पंत ने कहा है कि सीमांत जिला मुख्यालय में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अफसरों को और अधिक योजनाओं पर ध्यान देना होगा। मुख्यालय के चंडाक, मोस्टमानो क्षेत्र मड़ ग्राम पंचायत क्षेत्र अंतर्गत ट्यूलिप लैण्ड स्केप, मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत तैयार किए जा रहे है। जिसके निर्माण आदि कार्यों हेतु प्रथम चरण के अंतर्गत कुल 72 लाख रुपये की स्वीकृति उत्तराखंड शासन से प्राप्त हो गई है, जिसकी कार्यदाई संस्था शासन द्वारा वन विभाग को बनाया गया है।
जिला मुख्यालय के विकास भवन सभागार में विधायक पिथौरागढ़ चंद्रा पंत की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई। वनाधिकारी विनय कुमार भार्गव ने बताया कि चंडाक मोस्टमानो क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाए जाने हेतु मुख्यमंत्री की घोषणा के अंतर्गत ट्यूलिप लैंडस्केप परियोजना के अंतर्गत विभिन्न पर्यटन गतिविधियों को विकसित किए जाने हेतु परियोजना तैयार की गई है। परियोजना अंतर्गत तीन चरणों में कार्य किया जाएगा। जिसमें राज्य सरकार द्वारा प्रथम चरण की डीपीआर स्वीकृत कर 72 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने अवगत कराया कि परियोजना अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों को बढ़ाए जाने हेतु स्थानीय स्तर पर काश्तकारों को इसमें जोड़ते हुए उनके अलग-अलग ग्रुप बनाकर विभिन्न कार्य कराए जाएंगे,जिससे स्थानीय लोगों को स्वरोजगार मिलने के साथ ही आजीविका संवर्धन में बढ़ोत्तरी के अलावा स्थानीय कुटीर उद्योगों को भी लाभ मिलेगा।उन्होंने कहा कि परियोजना अंतर्गत विभिन्न कार्य किए जाएंगे, जिसमें ट्यूलिप का उत्पादन व उसके बल्ब(बीज) तैयार करने के साथ ही आने वाले पर्यटकों की सुविधा हेतु विभिन्न अवस्थापना विकास के कार्य के अतिरिक्त एक रोपवे भी बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को विकसित किए जाने हेतु स्थानीय लोगों की अहम भूमिका के मद्देनजर विभिन्न महिला समूहों के माध्यम से कार्य कराया जाएगा।स्थानीय सहभागिता की मदद से ही ट्यूलिप लैंडस्केप तैयार किया जाएगा।वनाधिकारी ने अवगत कराया कि प्रथम चरण में 1 हेक्टेयर में, द्वितीय में 10 हेक्टेयर में तथा तृतीय चरण में 30 हेक्टेयर में कार्य किया जाएगा। विधायक श्रीमती चंद्रा पंत ने कहा कि इस परियोजना से जहां एक ओर जिले में पर्यटन गतिविधियों को राष्ट्रीय एवं अंतरष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान मिलेगी वही स्थानीय लोगों की आत्मनिर्भरता बनने के अतिरिक्त स्थिरता बनी रहेगी। उससे क्षेत्र से पलायन भी रुकेगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के विकसित होने से पारिस्थितिकीय पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा।यहां पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी, जिसका सीधा लाभ क्षेत्र व जनपद की जनता को प्राप्त होगा। जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा एवं अध्यक्ष पिथौरागढ़ जिला सहकारी बैंक मनोज सामंत ने क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को और अधिक विकसित किए जाने हेतु विभिन्न आवश्यक सुविधाएं विकसित किए जाने हेतु अपने सुझाव दिए। मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल ने कहा कि क्षेत्र में रेखीय विभागों के माध्यम से डाप्टेलिंग कर पर्यटन सुविधाओं को विकसित किए जाने हेतु कार्य कराए जाएंगे। इस अवसर पर ट्यूलिप लैंडस्केप परियोजना का लोगो भी लांच किया गया। जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी,मुख्य कृषि अधिकारी अमरेन्द्र चौधरी, पर्यटन विकास अधिकारी अमित लोहनी,अधिशासी अभियंता पेयजल निगम आर एस धर्मशक्तू, मुख्य उद्यान अधिकारी आर एस वर्मा,वरिष्ठ परियोजना अधिकारी उरेडा अखिलेश शर्मा समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी व डेस्टिनेशन क्षेत्र की महिलाएं व सरपंच वन पंचायत आदि उपस्थित रहे।