पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी और सीमांत इंजीनियरिंग कॉलेज पिथौरागढ़ के प्रशासक आनन्द स्वरूप ने जिला मुख्यालय के निकट मड़ में निर्माणाधीन इंजीनियरिंग कॉलेज भवन का स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान विगत लंबी अवधि से बनाए जा रहे इंजीनियरिंग कॉलेज भवन निर्माण में वर्तमान तक निर्माण की अत्यंत दयनीय स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए, कहा कि लगभग 22 करोड़ 73 लाख रुपये की प्राप्त धनराशि में से 14 करोड़ 19 लाख की धनराशि व्यय करने के बावजूद भी वर्तमान तक 4 ब्लॉकों के निर्माण के सापेक्ष मात्र दो ही में कार्य शुरू किया है। एक ब्लॉक में भी कार्य पूर्ण न किए जाने पर इसे गंभीरता पूर्वक लेते हुए कार्यदाई संस्था को तत्काल इस संबंध में प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि इसी सप्ताह पुनः कार्यदाई संस्था के साथ सीमांत इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण के संबंध में बैठक कर प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
कार्यस्थल का निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मौके पर पूर्ण निर्मित एक ब्लॉक में भी कई कमियां पाई गई। इसके अतिरिक्त दूसरे ब्लॉक में भी कार्य अधूरा ही पाया गया। इसके अतिरिक्त अन्य 2 जो ब्लॉक बनाए जाने थे उनका कार्य वर्तमान तक प्रारम्भ ही नहीं किया गया।
निरीक्षण के दौरान उपस्थित सीमांत इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक अमरीश विद्यार्थी ने अवगत कराया कि इंजीनियरिंग कॉलेज की लैब जो पूर्व में आईटीआई पिथौरागढ़ में संचालित हो रही थी उसकी समस्त सामग्री,उपकरण इस प्रथम ब्लॉक में स्थापित कर दी गई है।कॉलेज में कक्षाओं के संचालन हेतु कार्यदाई संस्था से लगातार कार्य पूर्ण करने को पत्राचार करने के साथ ही अनुरोध किया गया है। निरीक्षण के दौरान
एसआईटी के निदेशक अमरीश विद्यार्थी, सहायक प्राध्यापक गिरीश पंत,कंप्यूटर प्रभारी मोहम्मद यूनिस आदि मौजूद रहे।