डॉ नित्यानंद उत्तराखंड के प्राणतत्व थे,उनके लिए राष्ट्र प्रथम हमेश रहा: इंद्रेश कुमार

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एक—एक इंच भूमि वापस नहीं ले तक तब तक चैन से नहीं बैठेंगे,यह प्रत्येक भारतीय की प्रतिज्ञा है: इ्ंद्रेश कुमार
डॉ नित्यानंद उत्तराखंड के प्राणतत्व थे,उनके लिए राष्ट्र प्रथम हमेश रहा: इंद्रेश कुमार
गिलगिट बल्टिस्तान हमारे पास होता तो पूरे विश्व से आज हम सीधे जुड़े होते: मेजर जनरल गुलाब सिंह रावत

देहरादून : विश्व संवाद केंद्र द्वारा प्रकाशित जागरण पत्रिका हिमालय हुंकार के विशेषांक जम्मू कश्मीर लद्दाख‘ कल आज और कल व डॉ नित्यानंद जी की चित्रावली का आज विमोचन कार्यक्रम संपन्न हुआ। विमोचन कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार,श्री विजय कुमार निदेशक विश्व संवाद केन्द्र उत्तराखंड एवं श्री सुरेन्द्र मित्तल अध्यक्ष विश्व संवाद केन्द्र उत्तराखंड ने दीप प्रज्वलन कर किया।

विश्व संवाद केंद्र की ओर से नारद जयंती पर सर्वे चौक स्थित सभागार में समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि मेजर जनरल गुलाब सिंह रावत रिटायर्ड रहे ,कार्यक्रम का संचालन प्रांत मीडिया संवाद प्रमुख बलदेव पराशर ने किया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने पत्रकारों को सम्मानित करते हुए जनकल्याण के लिए सत्य और तथ्य सामने लाने का आह्वान किया।

रविवार को देहरादून में विश्व संवाद केन्द्र के ‘हिमालय हुंकार ‘ पत्रिका के जम्मू कश्मीर लद्दाख‘ कल आज और कल विशेषांक व डॉ नित्यानंद जी की चित्रावली के विमोचन और इस वर्ष के नारद सम्मान समारोह में शामिल होने पहुंचे इंद्रेश कुमार ने मीडिया से विभिन्न मुद्दों पर विचार साझा किए। इंद्रेश कुमार ने कहा कि पत्रकार देवऋषि नारद का ही रूप हैं, जो हमेशा से समाज हित के लिए संकल्पित हैं। पत्रकार धर्म, योग, दर्शन, राजनीति, इतिहास, अध्यात्म एवं आर्थिक विषयों के गहन अध्येता हैं। इन सभी विषयों का तथ्यात्मक विश्लेषण करते हुए समाज को सही दिशा देने का निरंतर कार्य पत्रकार ही करते है।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि जम्मू कश्मीर पर जितने जुल्म आज तक हुए हैं, उतने दुनिया में किसी भी प्रदेश में नहीं हुए। पाकिस्तान और कुछ अंदरूनी ताकतें लगातार षड्यंत्र रचती आ रही हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकियों द्वारा निर्दोष लोगों की हत्याओं को रोकने के लिए सबको आगे आना चाहिए।
इंद्रेश कुमार ने कहा कि अब पीओके और गिलगिट बल्टिस्तान के लिए आवाज बुलंद की जाएगी। ये जम्मू कश्मीर का हिस्सा थे, लिहाजा इसे फिर से भारत में शामिल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के चलते जम्मू कश्मीर से कश्मीरी पंडितों के अलावा बड़ी संख्या में सिख, डोगरा और लेबर जो विभिन्न राज्यों से वहां काम कर रही थी उनको भी पलायन करना पड़ा है। सेना के लिए तो दोहरी स्थिति है वह आतंकवाद से भी लड़ रही है और लोगों की मदद कर दिल जीतने का प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि कबीलाई आक्रांताओं ने कश्मीर पर 1947 में हमला कर कश्मीर के एक बड़े भूभाग पर कब्जा कर लिया था और जब हमारी सेना उनको वापस खदेड़ रही थी तो नेहरु जी ने इस मामले को यू.एन.ओ.ले जाकर संघर्षविराम की घोषणा कर दी। जिस समय देश का बंटवारा हुआ उस समय कश्मीर में 13 लाख मुस्लिम 9 लाख हिंदू आबादी थी , पाकिस्तान से विस्थापित होकर आए हिंदुओं को यदि कश्मीर में बसा दिया जाता तो आज यह स्थिति पैदा ही नहीं होती, उन्होंने कहा कि हिंदू सबका सम्मान करता है। अगर किसी ने इसकी संप्रभुता पर हमला करने की कोशिश की तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

इंद्रेश कुमार ने कहा कि, ‘कश्मीर घाटी भारत का अभिन्न अंग रही है और घाटी के लोगों को आगे बढ़ाने के लिए राष्ट्रवाद और राष्ट्रहित की अवधारणा से जोड़ने की दिशा में काम करना होगा। पाकिस्तान आज टूटने और बिखरने की तरफ बढ़ रहा है।

मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि मेजर जनरल गुलाब सिंह रावत रिटायर्ड ने कहा कि कश्मीर को भारत से अलग करने की रणनीति आजादी से पहले ही सोच ली गई थी, पीओके मुजफ्फराबाद गिलगिट बल्टिस्तान भारत को पूरे विश्व के लिए जुड़ने की जोड़ने का एक रास्ता है, गिलगिट बल्टिस्तान हमारे पास होता तो पूरे विश्व से आज हम सीधे जुड़े होते, वह दिन दूर नहीं है जब वह हमारा हिसाब होगा, सेना पर विश्वास रखिए। उन्होंने मीडिया को रणबांकुरे बताया और कहा कि आप हमारे हाथ मजबूत कीजिए, उन्होंने कहा कि संघ परिवार कोई छोटा परिवार नहीं है, 1965 व 71 और या आपदा कहीं भी हो संघ हमेशा सेवा करते करते हैं ,
उन्होंने कहा कि आज के जमाने में सोशल मीडिया एक परमाणु बम की तरह है, इसलिए हमें अपनी नई पीढ़ी को शिक्षित करना जरूरी है, हमें ध्यान देना होगा कि हमारा बच्चा किस तरफ जा रहा है, सोशल मीडिया के बारे में उसको शिक्षित करना बहुत जरूरी है, अपना देश अपनी संस्कृति और अपने संस्कार देने आज बच्चौ को बहुत जरूरी है,
इससे पहले विश्व संवाद केंद्र के निदेशक विजय कुमार ने कहा कि नारद ने सदैव लोकहित के लिए संदेशों का संप्रेषण किया। उन्होंने आज के समय में पत्रकारिता और पत्रकारों के महत्व को भी बताया। इस अवसर पर पत्रकारिता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहे दिनेश मानसेरा पाञ्जन्य, राजेश पांडे हिन्दुस्थान समाचार न्यूज एजेंसी, ओपी बेंजवाल हिन्दुस्तान, सुमित थपलियाल दैनिक जागरण, बीडी शर्मा दैनिक देवपथ, भूपेंद्र राणा अमर उजाला, सुनील नवप्रभात न्यूज़ 18 को इस अवसर पर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में सरस्वती शिशु मंदिर निरंजपुर की बालिकाओं की ओर से वंदे मातरम का गायन की प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर सर्वश्री, लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल, विजय कुमार, सुरेंद्र मित्तल, नीरज जी प्रभाकर उनियाल,शाक्त ध्यानी, रीता गोयल,विजय कुमार, रणजीत ज्याला, शाक्य ध्यानी, राजेंद्र पंत,
राजेश सेठी, अनिल डबराल, अरुण जी, राज कुमार टांक जी, बलदेव पराशर, सह प्रांत प्रचार प्रमुख संजय कुमार, प्रेम चमोला, भानू चमोली, मनीष बागड़ी, राजेन्द्र शर्मा,
विनोद उनियाल,निधि बहुगुणा, दिनेश उपमन्यु, प्रेम जी, प्रभाकर उनियाल सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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