हल्द्वानी। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य सरकार पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में वन विभाग द्वारा लोगों को उजाड़ा जा रहा है और सरकार का इसको मूक समर्थन हासिल है। राज्य सरकार ने पहाड़ों के लोगों के लिए यदि हाईकोर्ट में सही से पैरवी की होती और उनका मानवीय पक्ष रखा होता तो आज यह नौबत न आती। कहा कि हज़ारों, लाखों लोग न सिर्फ बेघर होने की कगार पर हैं
बल्कि उनका कारोबार भी छीना जा रहा है। हरीश रावत ने कहा कि अतिक्रमण काण मुद्दा इतना सिर उठाने लगा है कि अब उसमें आम आदमी पिसकर रह गया है।
प्रदेश में जिधर देखो लोग घर और कारोबार बचाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। सड़कों पर आए दिन जुलूस निकाले जा रहे हैं और सरकार तमाशा देख रही है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बागेश्वर उपचुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है। ग्राम प्रधानों तथा कांग्रेस समर्थकों को डराया धमकाया जा रहा है। फर भी कांग्रेस वहां पर चुनाव जीत रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार से अपील की कि वे अतिक्रमण के नाम पर प्रदेश की आम जनता का उत्पीड़न को रोकने के लिए कदम उठाएं। प्रेसवार्ता में विधायक सुमित हृदयेश, पूर्व विधायक हरीश दुर्गापाल, जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल, हेमंत बगड़वाल, संदीप भैसोड़ा, मनोज बिष्ट आदि थे।