उत्तराखंड में वैक्सीन की व्यवस्था करने में सरकार विफल, अब सत्ता में रहने का अधिकार नहीं: डॉ ह्रदयेश

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हल्द्वानी। उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश ने कोविड 19 वैक्सीन की कमी के मामले में राज्य सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि यदि महामारी से बचाने के लिए राज्य सरकार के लिए वैक्सीन ही नहीं है और वह इसका इंतजाम नहीं कर पा रही है तो उन्हें सत्ता छोड़ने का मन बना लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया पर रोज जानकारी मिल रही है कि सरकार की अेर से 18 से 44 साल के लोगों के टीकाकरण के लिए वैक्सीनेशन सेंटर बनाए हैं। लेकिन इन वैक्सीनेशन सेंटर पर युवाओं के लिए न तो वैक्सीन है और न ही उन्हें यह बताया जा रहा है कि उन्हें वैक्सीन कब लगेगी। इसके अलावा 45 साल से ऊपर के लोगों को जिनको दूसरी वैक्सीन लगनी है उनको भी यह पता नहीं चल पा रहा है कि उनको दूसरी वैक्सीन कब कहां और कैसे लगेगी। इंदिरा हृदयेश ने आरोप लगाया की राज्य सरकार के पास वैक्सीन नहीं है तो वह ग्लोबल टेंडर करें, उन्होंने कहा कि जो लोग सत्ता में है उन्हीं को वैक्सीन की व्यवस्था करनी होगी क्योंकि आम जनता परेशान है और वैक्सिंन लगने के बाद ही यह महामारी कम हो पाएगी जब वे यह काम नहीं कर पा रहे हैं तो उन्हें सत्ता छोड़ने का मन बना लेना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उत्तराखंड के साथ ही केंद्र में सत्तारूढ़ सरकार भी वैक्सीन की व्यवस्था करने में विफल साबित हुई है। कई राज्यों में वैक्सीन न होने के समाचार से स्पष्ट है कि सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य को अधिक से अधिक वैक्सीन उपलब्ध कराने का प्रयास करना चाहिए। इस छोटे राज्य में कोरोना संक्रमण की दर बढ़ना चिंताजनक है। इस ओर भी केंद्र को ध्यान देना चाहिए। डॉ ह्रदयेश ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता मरीजों की हरसंभव मदद कर रहे हैं, जरूरत पड़ने पर और मदद की जाएगी।

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