पिथौरागढ़ के छह गांव भू-स्खलन की दृष्टि से संवेदनशील, सरकार को भेजा जाएगा प्रस्ताव: आनंद स्वरूप

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पिथौरागढ़। जिलाधिकारी आनन्द स्वरूप ने जिले में कानून व्यवस्था, विभिन्न न्यायालयों में लंबित प्रकरणों के निस्तारण, अभियोजन कार्यों, राजस्व प्राप्त समेत राजस्व विभाग अंतर्गत लंबित प्रकरणों की तहसील एवं विभागवार समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए। जनपद में नियमित एवं राजस्व पुलिस क्षेत्रान्तर्गत दर्ज अपराधों एवं उनकी विवेचनाओं तथा की गई कार्यवाही की समीक्षा की गई, तथा शीघ्र ही अपने स्तर से कार्यवाही करते हुए निस्तारण के निर्देश दिए। बैठक में अधीनस्थ न्यायालयों में दर्ज मुकदमों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि अपराधी को किए गए अपराध की सजा मिले इस हेतु मजबूत पक्ष एवं साक्ष्य न्यायालय में प्रस्तुत किए जाय। राजस्व वादों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को लंबित वादों का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके क्षेत्र में जिन वादों में विवेचना चल रही है उसमें विशेष ध्यान देते हुए समय पर निस्तारण करें।
जिलाधिकारी आज मासिक समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड- 19 में जिले में जितने भी व्यक्तियों की मृत्यु हुई है, अगर उनकी जिले में भूमि है, तो तत्काल उनकी भूमि को उनके वारिसान के नाम राजस्व खातों में दर्ज कराएं। इस कार्य को सभी उपजिलाधिकारी व तहसीलदार प्राथमिकता में लें।
खाद्य विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने खाद्य विभाग को खाद्यान्न का शत प्रतिशत उठान करते हुए सभी खाद्यान्न गोदामों में समय पर पंहुचाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने जिले के सीमांत क्षेत्र की तहसील मुनस्यारी एवं धारचूला के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में प्रत्येक गोदाम तक व वहां से प्रत्येक परिवार तक आगामी मानसून काल का खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश दोनों उपजिलाधिकारियों को दिए।
वर्चुवल बैठक में आबकारी एवं खनन क्षेत्रान्तर्गत राजस्व प्राप्ति आदि की समीक्षा करते हुए जिला आबकारी अधिकारी ने अवगत कराया कि मांह मई तक लगभग 11 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हो गया है। जिलाधिकारी ने जिला आबकारी अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले में अवैध शराब की बिक्री व परिवहन को रोका जाए, उन्होंने कहा कि जिले के सभी क्षेत्रों में उपजिलाधिकारियों के साथ एक अभियान चलाया जाए।खनन विभाग की समीक्षा के दौरान जिला खान अधिकारी ने अवगत कराया कि मांह मई में 7 करोड़ का राजस्व प्राप्त हो गया है।खान अधिकारी ने अवगत कराया कि मांह मई में कुल 199 छापे मारे गए। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में राजपत्रित अधिकारी व अराजपत्रित अधिकारियों आदि के चरित्र सत्यापन के जो मामले आते हैं उनका समय पर निस्तारण होना अनिवार्य है। उन्होंने ऑडिट आपत्तितियों व मुख्यमंत्री संदर्भ के मामलों को गंभीरता पूर्वक लेते हुए उनके त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी पटल पर एक सप्ताह से अधिक समय तक आवेदन लम्बित न रहें। जन शिकायतों का समय पर निस्तारण किया जाय।
जिलाधिकारी ने राजस्व वसूली की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में जिले में भू गर्भीय दृष्टि से संवेदनशील गांवों एवं तोकों की समीक्षा के दौरान अवगत कराया कि भू गर्भीय दृष्टि संवेदनशील 6 ऐसे गांव हैं जिनके प्रस्ताव शासन को भेजा जाना है,जिसमें तहसील धारचूला में गरगुवा तोक स्यारी, बुंगबुंग, ग्राम सुवा का तोक दुबाधार तहसील बंगापानी में टांगा तहसील बेरीनाग में सानी व तहसील बेरीनाग में नवाली गांव है। जिलाधिकारी ने संबंधित उपजिलाधिकारियों को इनके पुनर्वास के तत्काल प्रस्ताव जिला मुख्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में उप जिलाधिकारी पिथौरागढ़ तुषार सैनी,डीडीहाट के एन गोस्वामी,गंगोलीहाट बी एल फोनिया, धारचूला ए के शुक्ला,बेरीनाग अभय प्रताप,प्रशिक्षु आईएएस दिवेश साशनी, खान अधिकारी प्रदीप कुमार,जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार,मुख्य प्रशासनिक अधिकारी जिला कार्यालय तुलशी साह, समेत विभिन्न तहसीलदार, नायब तहसीलदार,जिला कार्यालय के सभी पटलों के प्रभारी आदि उपस्थित रहे।

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