पिथौरागढ़। मुनस्यारी ब्लाक से जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने बिना अनुमति के मुनस्यारी पेयजल योजना के तहसील कार्यालय स्थित टैंक का पानी बाहर निकालने के मामले में पुलिस अधीक्षक सुखबीर सिंह को तहरीर देकर ठेकेदार के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। कहा कि जल निगम के अधिकारियों के वरदहस्त के चलते ठेकेदार अब प्रशासन को भी ठेंगा दिखाने लग गया है। पुनः पानी भरने के साथ रोज चैक करने के लिए डीएम तथा एसडीएम को एक फार्मूला भी सुझाया गया है।
1.94 करोड रुपये की लागत से बनी इस पेयजल योजना के निर्माण में चौथी बार ठेकेदार की दादागिरी का मामला प्रकाश में आया है। नया बस्ती स्थित टैंक के निर्माण में घटिया किस्म की निर्माण सामाग्री उपयोग किए जाने के बाद प्रशासन ने आगे के निर्माण पर रोक लगा दी थी। उसके बाद भी रातो रात ठेकेदार ने जल निगम के अफसरो के इशारो पर टैंक में लिंटर डाल दिया। पशुपालन विभाग की जमीन पर बन रहे दूसरे टैंक में भी रोक के बाद भी टैंक का निर्माण चुपचाप पूरा कर लिया गया।
रोक के बाद भी तहसील के निकट के टैंक का निर्माण भी जबरन कर दिया गया।
निगम के इस ठेकेदार ने जबरन रोक के बाद भी जिलाधिकारी के आदेश को ठैंगा दिखाते हुए जांच के लिए भरे गये पानी को बिना किसी के अनुमति के खाली कर दिया। इतना ही नहीं ठेकेदार ने मजदूरो के साथ तहसील स्थित टैंक पर पहुंच कर टैंक के मरमत करने का बार- बार कोशिश की। प्रशासन व जनप्रतिनिधि सक्रिय नहीं होते तो ठेकेदार टैंक की मरमत कर अपने द्वारा किए गए भष्ट्राचार की लीपापोती कर देते।
जिपं सदस्य मर्तोलिया ने कहा कि जल निगम का तंत्र ठेकेदार के नियंत्रण में कार्य कर रहा है। मर्तोलिया ने कहा कि अगर मुकदमा दर्ज नहीं किया गया तो वे न्यायालय की शरण में जाएंगे।
जिपं सदस्य ने कहा कि जल निगम तथा ठेकेदार को जिलाधिकारी के आदेश की भी परवाह नहीं है। कहा कि शुरु से ही ठेकेदार निगम को गुलाम बनाकर कार्य कर रही है। इस प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए मुकदमा दर्ज होना जरुरी है।