दिल्ली विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड की एंट्री: उत्तराखंड मूल के तीन विधायकों ने दर्ज की शानदार जीत

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हल्द्वानी। दिल्ली विधानसभा के चुनाव में आम आदमी पार्टी की करारी हार के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने 10 साल से काबिज आप पार्टी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। दिल्ली विधानसभा की 70 में से 48 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा और आप पार्टी मात्र 22 सीटों पर ही सिमट गई। आम आदमी पार्टी के लिए यह हार अकल्पनीय थी। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक विजय हासिल की है। न केवल आम आदमी पार्टी को करारी शिकायत दीप बल्कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उनके सहायक उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री सत्येंद्र जैन समेत आम आदमी पार्टी के तमाम बड़े नेता भी चुनाव हार गए। दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की जीत का जब जिक्र आता है तो उसमें उत्तराखंड की भी एंट्री होती है। उत्तराखंड की यह एंट्री चुनाव से पहले भी और चुनाव के बाद तक भी कायम है। चुनाव से पहले यानी कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी जमकर चुनाव प्रचार किया। उत्तराखंड मूल के तीन भाजपा प्रत्याशी इस चुनाव मैदान में थे जिनके लिए प्रचार प्रसार किया गया था। अब जबकि चुनाव के नतीजे आ गए हैं तो दिल्ली विधानसभा में उत्तराखंड मूल के तीन विधायकों की भी शानदार एंट्री हुई है। आईए जानते हैं इन तीन विधायकों के बारे में।

तीन विधायकों में सबसे पहला नाम आता है मुस्तफाबाद से चुने गए विधायक मोहन सिंह बिष्ट का। मोहन सिंह बिष्ट लगातार छठी बार विधायक बने हैं जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है। अल्मोड़ा जिले के अजोली (मिरोली) गांव के मूल निवासी पांच बार के विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी आदिल खान को 17518 वोटो से हराया। खास बात यह रही कि जिस मुस्तफाबाद सीट से मोहन दानी छठी बार विधायक बनने का रिकॉर्ड बनाया है वह मुस्लिम बहुल है और वहां 40% मुस्लिम आबादी है। मोहन सिंह बिष्ट को यहां 85215 वोट मिले जबकि आम आदमी पार्टी के आदिल खान को 67657 वोट मिले। तीसरे नंबर पर यहां कांग्रेस के अली मेहंदी रहे जिन्हें मात्र 11763 वोट ही मिल पाए।

दिल्ली में धूम मचाने वाले उत्तराखंड मूल के दूसरे विधायक हैं पटपड़गंज से चुने गए रविंद्र सिंह नेगी। अल्मोड़ा जिले के जैंती निवासी रविंद्र सिंह ने पिछली बार भी चुनाव लड़ा था और उनके खिलाफ आम आदमी पार्टी के नंबर दो नेता मनीष सिसोदिया मैदान पर थे। पिछले चुनाव में उन्होंने मनीष सिसोदिया को कड़ी टक्कर दी थी। इस बार मनीष सिसोदिया ने अपनी सीट बदली और आम आदमी पार्टी ने यहां से अवध ओझा को प्रत्याशी बनाया। इस बार रविंद्र सिंह नेगी ने करीब 28000 वोटो से आप प्रत्याशी अवध ओझा को पराजित किया। रविंद्र सिंह नेगी को चुनाव में 74000 वोट मिले।

उत्तराखंड मूल के तीसरे विधायक हैं नारायण दत्त शर्मा जो कि दक्षिण दिल्ली के बदरपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं। नारायण दत्त शर्मा मूल रूप से चौखुटिया के रहने वाले हैं।

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