उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने राज्य की लड़ाई के सहयोगी पत्रकारों को राज्य आंदोलनकारी घोषित करने की उठाई मांग

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देहरादून। उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर पृथक उत्तराखंड राज्य निर्माण में राज्य के जुझारू पत्रकारों और अखबारों की अग्रणीय एवं निर्णायक भूमिका का जिक्र करते हुए राज्य आंदोलन में शामिल पत्रकारों को राज्य आंदोलनकारी घोषित करने की मांग की है। कहा कि अलग राज्य निर्माण आंदोलन में राज्य के कतिपय अखबारों एवं पत्रकारों का योगदान, राज्य आंदोलनकारी ताकतों और राजनीतिक दलों के मुकाबले किसी भी दृष्टि में कमतर नहीं है। इस राज्य के जुझारू एवं जनपक्षधर पत्रकारों ने न केवल उत्तराखंड राज्य आंदोलन को व्यापक विस्तार दिया और आंदोलन को जीवंत बनाए रखा, बल्कि अलग राज्य आंदोलन को वैचारिक एवं बौद्धिक आधार प्रदान करने में मुख्य भूमिका निभाई।
यूनियन के प्रदेश महामंत्री प्रयाग पांडेय ने कहा कि  पत्रकारों ने शोधपूर्ण, तथ्यपरक एवं तर्कसंगत तथ्यों के द्वारा पृथक राज्य के औचित्य को सिद्ध करने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। अपनी लेखनी से राज्य आंदोलन को निर्णायक दिशा प्रदान की।


कहा कि राज्य गठन के बाद नवोदित राज्य उत्तराखंड की पहली कार्यवाहक सरकार ने पृथक राज्य निर्माण में प्रदेश के पत्रकारों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए ऐसे पत्रकारों के प्रति हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त की थी। 2002 में उत्तराखंड की पहली निर्वाचित सरकार और संपूर्ण विपक्ष ने राज्य विधानसभा के सदन के भीतर राज्य गठन में पत्रकारों के योगदान की एक स्वर में मुक्तकंठ से सराहना की और पत्रकारों के इस योगदान के प्रति कृतज्ञता प्रकट की थी। बावजूद इसके इस नवोदित राज्य में सर्वाधिक उपेक्षा उन्हीं राज्य समर्थक श्रमजीवी पत्रकारों की हुई और हो रही है, जिन्होंने राज्य निर्माण में अविस्मरणीय सहयोग प्रदान किया था। पृथक राज्य समर्थक पत्रकारों को नवोदित राज्य में यथोचित स्थान मिलना तो दूर उल्टा उन्हें पूर्ववर्ती राज्य में प्राप्त सुविधाओं एवं सम्मान से भी वंचित होना पड़ा है।
कहा कि पृथक उत्तराखंड राज्य के प्रबल समर्थक श्रमजीवी पत्रकार विगत् चौबीस वर्षों से अनवस्त उपेक्षा का दंश झेल रहे हैं। प्रदेश के ऊर्जावान मुख्यमंत्री के रूप में आपके पदस्थ होने के बाद पृथक उत्तराखंड राज्य समर्थक पत्रकारों के हृदय में आशा की किरण जगी है। अलग राज्य के लिए वैचारिक एवं बौद्धिक रूप से संघर्ष करने वाले पत्रकारों के प्रति न्याय की आशा के साथ उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन आपसे माँग करती है कि अपनी लेखनी के माध्यम से अलग उत्तराखंड राज्य आंदोलन का समर्थन करने और अलग राज्य आंदोलन को वैचारिक / बौद्धिक आधार एवं दिशा प्रदान करने वाले उत्तराखंड राज्य समर्थक सभी श्रमजीवी पत्रकारों के चयन हेतु सुस्पष्ट एवं पारदर्शी मानक तय किए जाएं। तय मानकों को पूरा करने वाले राज्य आंदोलन समर्थक पत्रकारों को चिन्हित करने के लिए प्रदेश के वरिष्ठतम पत्रकारों की एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाए। इस उच्च स्तरीय समिति द्वारा चयनित पत्रकारों को विशिष्ट राज्य आंदोलनकारी घोषित किया जाए और उन्हें यथोचित सम्मान एवं सुविधाएं प्रदान की जाएं।

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